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क्या आप जानते हैं, हनुमान जी के साथ मंगलवार को क्यों होती है नीम के पेड़ की पूजा, जानकर चौंक जाएंगे आप

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Posted On:Tuesday, November 28, 2023

ज्योतिषाचार्य पंडित नारायण हरि बताते हैं कि मंगलवार को नीम के पेड़ की पूजा करने का कारण हिंदू धर्म में हनुमानजी से जुड़ा है। हनुमानजी को बजरंगबली, पवनपुत्र, मारुति नंदन आदि नामों से भी जाना जाता है और वे हनुमानजी के भक्त हैं। हनुमानजी की पूजा शक्तिशाली और वीर रूप में की जाती है और उनकी पूजा में नीम के पत्तों और पेड़ों के उपयोग का बहुत महत्व है। अगर आप हर मंगलवार को हनुमानजी की पूजा करते हैं तो आपको कुछ जरूरी बातें जरूर जाननी चाहिए। इससे आपके जीवन की परेशानियां दूर हो जाएंगी। इसके अलावा आपके जीवन में आ रही परेशानियों से भी मुक्ति मिलेगी। क्या आप जानते हैं कि मंगलवार को नीम के पेड़ की पूजा क्यों की जाती है और इसके पीछे क्या कारण हैं। अगर आप नहीं जानते तो यहां हम आपको मंगलवार के दिन नीम के पेड़ की पूजा के महत्व के बारे में बताने जा रहे हैं।

मंगलवार को नीम के पेड़ की पूजा क्यों की जाती है?

मंगलवार के दिन हनुमानजी के भक्तों के लिए नीम का पेड़ बहुत महत्वपूर्ण है, क्योंकि हनुमानजी को नीम बहुत प्रिय है और उनकी पूजा में नीम के पत्तों का उपयोग किया जाता है। नीम को शक्ति और सुरक्षा का प्रतीक माना जाता है और मंगलवार को भगवान हनुमान की पूजा करने से सुरक्षा का आशीर्वाद मिलता है। इसलिए मंगलवार के दिन नीम के पेड़ की पूजा की जाती है।

नीले रंग का महत्व

नीम का पेड़ नकारात्मक ऊर्जा को शांति में बदलने का प्रतीक माना जाता है, जिसे मंगलवार के दिन लगाने से नकारात्मकता से मुक्ति मिल सकती है। इस प्रकार, भगवान हनुमान की कृपा और आशीर्वाद पाने के लिए मंगलवार को नीम के पेड़ की पूजा की जाती है, ताकि भक्तों को शक्ति, सुरक्षा और सकारात्मक ऊर्जा मिल सके। हनुमानजी का पसंदीदा रंग नीला है और इसलिए मंगलवार को उनकी पूजा में नीम सहित नीले रंग के फूल और पत्तियों का उपयोग किया जाता है। नीम की पत्तियां ताजगी देने वाली होती हैं और आयुर्वेदिक चिकित्सा में इसे एक लाभकारी जड़ी बूटी माना जाता है। मंगलवार के दिन नीम की पूजा करने से रोग निवारक गुण पाए जा सकते हैं।

नीम के पेड़ का महत्व

नीम के पेड़ को मंगल ग्रह और हनुमानजी का पेड़ माना जाता है। मान्यता है कि इसकी पूजा करने से मंगल दोष दूर हो जाता है। यदि घर दक्षिणमुखी है तो नीम का पेड़ मुख्य द्वार से दोगुनी दूरी पर लगाना चाहिए। इससे दक्षिण दिशा का अशुभ प्रभाव दूर हो जाता है। मंगल की दिशा दक्षिण मानी गई है। नीम के पेड़ की स्थिति तय करती है कि मंगल ग्रह शुभ प्रभाव देगा या नहीं। इसलिए नीम का पेड़ घर की दक्षिण दिशा में लगाना चाहिए। घर के सामने नीम का पेड़ हो तो कीड़े-मकौड़े, मच्छरों का प्रकोप नहीं होता। इस पेड़ की सेवा करने से जीवन में कभी कोई दुर्भाग्य नहीं आता है।


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