जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद से पाकिस्तान में हड़कंप मच गया है। भारत के संभावित एयरस्ट्राइक और पीओके में मौजूद आतंकियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की आशंका से पाकिस्तान बेहद घबराया हुआ है। इस बीच पाकिस्तान ने अपनी सेना को एलओसी (लाइन ऑफ कंट्रोल) के पास स्थित आतंकी ठिकानों से आतंकियों को हटाने का आदेश दिया है, ताकि भारत के किसी भी सैन्य हमले से पहले उन्हें सुरक्षित स्थानों पर भेजा जा सके।
पाकिस्तान ने इन आतंकियों को पीओके के विभिन्न बंकरों में स्थानांतरित किया है, जो विशेष रूप से जैश-ए-मोहम्मद और लश्कर-ए-तैयबा जैसे आतंकी संगठनों के लिए लॉन्चिंग पैड के रूप में कार्य करते हैं। रिपोर्ट्स के अनुसार, पाकिस्तान की सेना अब तक 30-50 आतंकियों को इन ठिकानों से हटा चुकी है। इन आतंकियों के ठिकाने अथमुकाम, लीपा, दुधनियाल, फॉरवर्ड कहूटा और कोटली जैसे संवेदनशील इलाकों में हैं, जो हमेशा भारत के लिए सुरक्षा खतरे के रूप में रहे हैं। पाकिस्तान का मानना है कि भारत इन ठिकानों को निशाना बना सकता है, जिससे उसकी सैन्य स्थिति को बड़ा नुकसान हो सकता है।
पाकिस्तान की युद्ध सामग्री जुटाने की तैयारी
पाकिस्तान को यह डर है कि भारत इन आतंकी ठिकानों पर एयरस्ट्राइक कर सकता है, इसलिए उसने अपनी सैन्य तैयारियों को बढ़ा दिया है। 27 अप्रैल 2025 की रात को पाकिस्तान ने तुर्की से सी-130 हरक्यूलिस विमान के जरिए युद्ध सामग्री को अपने प्रमुख शहरों कराची और इस्लामाबाद में मंगवाया। पाकिस्तान के पास मौजूदा समय में पुराने फाइटर जेट्स और टैंक्स हैं, जो युद्ध के लिए पर्याप्त नहीं माने जाते। इसी कारण से पाकिस्तान युद्ध सामग्री जुटाने की प्रक्रिया में व्यस्त है, ताकि युद्ध की स्थिति में अपनी सैन्य ताकत को मजबूत किया जा सके।
भारत द्वारा पाकिस्तानी मीडिया पर कड़ा कदम
भारत ने 28 अप्रैल को पाकिस्तानी मीडिया की भ्रामक रिपोर्टिंग के खिलाफ कड़ा कदम उठाया। भारत ने कई पाकिस्तानी यू-ट्यूब चैनल्स पर बैन लगा दिया, जिनमें क्रिकेटर शोएब अख्तर, डॉन न्यूज, समा टीवी, और जियो न्यूज जैसे प्रमुख चैनल्स शामिल थे। इन चैनल्स पर भारत के खिलाफ भ्रामक और उत्तेजक रिपोर्टिंग की जा रही थी, जिसके कारण भारत ने यह कार्रवाई की।
पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री नवाज शरीफ की चेतावनी
पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री नवाज शरीफ ने अपने भाई और वर्तमान प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ को भारत से टकराव से बचने की सलाह दी है। नवाज ने शहबाज को चेतावनी दी कि भारत के साथ पंगा नहीं लेना चाहिए और राजनयिक चैनलों का इस्तेमाल करके तनाव को कम करने की कोशिश करनी चाहिए। सूत्रों के मुताबिक, शहबाज ने नवाज से कहा कि भारत ने सिंधु जल संधि पर एकतरफा फैसला करके युद्ध के खतरे को बढ़ा दिया है।
इस पर नवाज शरीफ ने शहबाज को सलाह दी कि वह इस मुद्दे पर आक्रामक रुख न अपनाएं और कूटनीति के माध्यम से स्थिति को सुलझाने की कोशिश करें। उन्होंने कहा कि तनाव को कम करने के लिए कूटनीतिक प्रयासों का सहारा लिया जाना चाहिए, बजाय इसके कि पाकिस्तान भारत के खिलाफ कोई आक्रामक कदम उठाए।
भारत-पाकिस्तान के तनावपूर्ण रिश्ते
पहलगाम आतंकी हमले के बाद भारत और पाकिस्तान के रिश्ते एक बार फिर तनावपूर्ण हो गए हैं। पाकिस्तान का डर इस बात को लेकर है कि भारत किसी भी वक्त पीओके में स्थित आतंकियों के खिलाफ सैन्य कार्रवाई कर सकता है, जैसा कि 2016 में उरी हमले और 2019 में बालाकोट एयरस्ट्राइक के बाद हुआ था। भारत के साथ युद्ध की संभावना को लेकर पाकिस्तान ने तुर्की और चीन से मदद की गुहार लगाई है, ताकि वह सैन्य समर्थन प्राप्त कर सके और अपनी सुरक्षा को बेहतर बना सके।
निष्कर्ष
पाकिस्तान के लिए वर्तमान स्थिति बेहद चिंताजनक है। एक ओर जहां भारत पीओके में आतंकियों के खिलाफ एयरस्ट्राइक कर सकता है, वहीं दूसरी ओर पाकिस्तान अपनी सैन्य तैयारी को मजबूत करने के लिए युद्ध सामग्री जुटा रहा है। साथ ही, पाकिस्तानी मीडिया पर भारत की ओर से लगाई गई पाबंदियां और पाकिस्तान के अंदर से शांति के लिए उठ रहे कूटनीतिक प्रयास इस बात को दर्शाते हैं कि तनाव को बढ़ने से बचाने के लिए दोनों देशों के बीच समझदारी की आवश्यकता है।