एशिया कप 2025 की शुरुआत 9 सितंबर से दुबई में होने जा रही है और फैंस की नजरें खासकर 14 सितंबर को होने वाले भारत-पाकिस्तान मुकाबले पर टिकी हैं। हर बार की तरह इस बार भी यह मुकाबला केवल क्रिकेट तक सीमित नहीं है, बल्कि इसके साथ कई राजनीतिक, सामाजिक और भावनात्मक पहलुओं का भी जुड़ाव है। इस बार विवाद का कारण बना है एक पूर्व पाकिस्तानी खिलाड़ी का चौंकाने वाला बयान, जिसने टूर्नामेंट की निष्पक्षता और उद्देश्य पर सवाल खड़े कर दिए हैं।
बासिल अली का विवादित बयान
पूर्व पाकिस्तानी क्रिकेटर बासिल अली ने अपने यूट्यूब चैनल पर एक बयान में दावा किया कि एशिया कप 2025 के असली विजेता खिलाड़ी या टीमें नहीं, बल्कि ब्रॉडकास्टर्स होंगे। उन्होंने कहा:
“क्रिकेट अब सिर्फ पैसा कमाने का जरिया बन गया है। फ्रेंचाइजी लीग्स में भी क्रिकेट खेल से ज्यादा व्यावसायिक शो बन चुका है। इस एशिया कप में न पाकिस्तान जीतेगा, न भारत और न ही श्रीलंका। सिर्फ ब्रॉडकास्टिंग कंपनियां ही जीतेंगी, क्योंकि वही असली फैसले लेती हैं, मैदान पर खिलाड़ी नहीं।”
यह बयान ऐसे समय आया है जब भारत और पाकिस्तान के बीच पहलगाम आतंकी हमले और ऑपरेशन सिंदूर के बाद पहली बार दोनों टीमें क्रिकेट के मैदान पर आमने-सामने आने वाली हैं। इस मुकाबले को लेकर पहले ही काफी संवेदनशीलता और सुरक्षा चिंताएं हैं, और अब बासिल अली का यह बयान नई बहस छेड़ रहा है।
दोनों टीमें जोरों पर तैयारी में
विवादों से अलग अगर मैदान की बात करें, तो भारत और पाकिस्तान दोनों ही टीमें अपनी तैयारियों में जुटी हुई हैं। पाकिस्तान की टीम एशिया कप से पहले एक ट्राई-सीरीज खेलने जा रही है, जिससे उन्हें मैच प्रैक्टिस और टीम संयोजन मजबूत करने का मौका मिलेगा।
दूसरी ओर, भारतीय खिलाड़ी घरेलू टी20 लीग और दिलीप ट्रॉफी में हिस्सा लेकर फॉर्म में बने रहने की कोशिश कर रहे हैं। न्यूज 24 की रिपोर्ट के मुताबिक, भारतीय टीम 4 सितंबर को यूएई रवाना हो सकती है। इससे पहले सभी खिलाड़ियों को यो-यो फिटनेस टेस्ट पास करना जरूरी होगा, जो टीम चयन का एक अहम हिस्सा बन चुका है।
मुकाबले को लेकर सुरक्षा और राजनीतिक पृष्ठभूमि
भारत और पाकिस्तान के बीच क्रिकेट मैच हमेशा से ही हाई वोल्टेज रहा है, लेकिन इस बार की भूराजनीतिक पृष्ठभूमि इसे और संवेदनशील बना रही है। हालिया आतंकी घटनाओं और सैन्य ऑपरेशनों के बाद इस मैच को लेकर सुरक्षा एजेंसियां भी सतर्क हैं।
निष्कर्ष: क्या क्रिकेट वाकई सिर्फ बिजनेस रह गया है?
पूर्व पाकिस्तानी खिलाड़ी का बयान क्रिकेट की बदलती परिभाषा पर सवाल उठाता है। जहां एक ओर खिलाड़ी मैदान में पसीना बहा रहे हैं, वहीं दूसरी ओर यह सवाल भी उठ रहा है कि क्या असली खेल मैदान में हो रहा है या फिर टीवी स्क्रीन के पीछे, TRP और रेवेन्यू के बीच?
फैंस को उम्मीद है कि 14 सितंबर को भारत और पाकिस्तान का मुकाबला सिर्फ एक खेल होगा, जिसमें जीत किसी एक टीम की नहीं, बल्कि क्रिकेट की होगी। मगर जब पूर्व खिलाड़ी ही यह कहें कि मैच का नतीजा मैदान से नहीं, बिजनेस बोर्डरूम से तय होता है, तो चिंता लाजमी है।