मुंबई, 10 मार्च, (न्यूज़ हेल्पलाइन) आज, 10 मार्च को हम विश्व गुर्दा दिवस मना रहे हैं। हर साल मार्च के दूसरे गुरुवार को यह दिन हमारे गुर्दे के महत्व और गुर्दे से संबंधित बीमारियों को रोकने के तरीके के बारे में जागरूकता बढ़ाने के लिए मनाया जाता है। विश्व गुर्दा दिवस 2022 के लिए इस वर्ष की थीम 'बेहतर किडनी स्वास्थ्य के लिए ज्ञान की खाई को पाटना' है। हम अक्सर अपनी किडनी की सेहत को नजरअंदाज कर देते हैं, जाने-अनजाने में यह अंग हमारे स्वस्थ रहने के लिए कितना जरूरी है। विश्व गुर्दा दिवस पहली बार 2006 में 66 देशों में मनाया गया था।
इस दिन को मनाने के पीछे का उद्देश्य लोगों को किडनी से संबंधित समस्याओं और उनके लिए उपलब्ध उपचारों के बारे में जागरूक करना है। यहां हम आपके सामने किडनी को स्वस्थ बनाए रखने के लिए जीवनशैली से जुड़े कुछ टोटके लेकर आए हैं और साथ ही हम आपको यह भी बताएंगे कि किडनी को स्वस्थ रखने के लिए आपको क्या खाना चाहिए और किन खाद्य पदार्थों से बचना चाहिए।
नियमित रूप से व्यायाम करें :
गुर्दे महत्वपूर्ण अंग हैं जो शरीर में अपशिष्ट को हटाने, रक्त को छानने और इलेक्ट्रोलाइट के स्तर को नियंत्रित करने के लिए जिम्मेदार होते हैं। नियमित रूप से व्यायाम करने से हमें स्वस्थ हृदय और सामान्य रक्तचाप बनाए रखने में मदद मिलती है जो कि स्वस्थ किडनी के लिए आवश्यक हैं।
आहार में शामिल करने के लिए खाद्य पदार्थ :
किडनी के सुचारू कामकाज को सुनिश्चित करने के लिए उचित और स्वस्थ आहार बनाए रखना महत्वपूर्ण है। गहरे रंग के पत्तेदार साग और फाइबर, एंटीऑक्सिडेंट, विटामिन और खनिजों से भरपूर खाद्य पदार्थ किडनी के लिए आवश्यक हैं। सेब आहार में अवश्य होना चाहिए। इनमें मौजूद पेक्टिन किडनी को खराब होने से बचाता है। जामुन कोशिका को नुकसान से भी बचाते हैं।
अपने गुर्दे को स्वस्थ रखने और उन्हें प्रभावी ढंग से काम करने में मदद करने के लिए पूरे दिन खुद को हाइड्रेटेड रखें। रोजाना कम से कम आठ गिलास पानी पीने की सलाह दी जाती है। आप नींबू पेय भी ले सकते हैं। नींबू पेय में साइट्रेट का उच्च स्तर गुर्दे की पथरी को दूर रख सकता है। मूत्र मार्ग में होने वाले किसी भी संक्रमण को रोकने के लिए क्रैनबेरी जूस की भी सलाह दी जाती है।
बचने के लिए खाद्य पदार्थ :
किडनी से संबंधित बीमारी होने पर एवोकाडो, संतरा और केला न लें क्योंकि ये पोटेशियम से भरपूर होते हैं। साबुत गेहूं की रोटी का सेवन करने से बचें क्योंकि इसमें फास्फोरस, पोटेशियम और सोडियम की मात्रा अधिक होती है। शरीर में फास्फोरस और प्रोटीन अपशिष्ट के निर्माण को रोकने के लिए अपने डेयरी सेवन को सीमित करें।