भारत की ऑस्कर एंट्री होमबाउंड इन दिनों दुनिया भर में तारीफें बटोर रही है। इस फिल्म की सफलता ने न केवल भारतीय सिनेमा को ग्लोबल मंच परमजबूती से रखा है, बल्कि इंडस्ट्री के भीतर एक नया उत्साह भी पैदा किया है। अभिनेता विनीत कुमार सिंह, जो हमेशा अपनी परफॉर्मेंस से किरदारों मेंजान डालते हैं, ने होमबाउंड को लेकर खास खुशी जताई है।
खिड़कियां थिएटर फेस्टिवल 2025 के दौरान मीडिया से बातचीत में विनीत ने कहा, “सबसे पहले तो यह बहुत बड़ी बात है और मैं पूरी टीम को बधाईदेना चाहता हूं, क्योंकि एक फ़िल्म सबकी मेहनत से बनती है। ईशान, जान्हवी और विशाल के साथ पूरी टीम को बहुत-बहुत बधाई। खासतौर परनीरज को — क्योंकि जब हम बनारस में गैंग्स ऑफ वासेपुर की शूटिंग कर रहे थे, उसी दौरान उन्होंने अपनी पहली शॉर्ट फ़िल्म शोर बनाई थी। वोफ़िल्म खास थी और तब से मेरे और नीरज के बीच एक जुड़ाव बन गया था। आज उन्हें होमबाउंड जैसी फ़िल्म के लिए ऑस्कर एंट्री मिलना, मेरे लिएभी बहुत खुशी की बात है।”
विनीत इन दिनों अपनी नई फिल्म निशांची को लेकर भी सुर्खियों में हैं, जिसे अनुराग कश्यप ने निर्देशित किया है। यह फिल्म बॉक्स ऑफिस परशानदार शुरुआत कर चुकी है। इस बारे में बात करते हुए विनीत कहते हैं, “अनुराग कश्यप के बारे में कुछ भी कहूं, कम होगा। जब भी मुझे उनके साथकाम करने का मौका मिलता है, मैं खुद में एक नया चैप्टर खुलते हुए महसूस करता हूं। वो मुझ पर भरोसा करते हैं, आज़ादी देते हैं, और हम दोनों केबीच अब ऐसी समझ बन गई है कि कई बार कुछ कहने की ज़रूरत ही नहीं होती – मैं समझ जाता हूं और वो भी जान जाते हैं कि क्या करना है।”
जहां होमबाउंड अपने संवेदनशील और भावनात्मक कथानक के जरिए अंतरराष्ट्रीय मानचित्र पर भारत की सॉफ्ट पावर को सामने ला रही है, वहींनिशांची एक रूटड, और सच्ची कहानी के ज़रिए भारतीय दर्शकों से जुड़ रही है। इन दोनों ही फ़िल्मों के केंद्र में हैं — सच्ची कहानियों को पूरीईमानदारी से पेश करने की ताकत।
विनीत कुमार सिंह एक बार फिर साबित कर रहे हैं कि भारतीय सिनेमा की असली जान बड़े बजट में नहीं, बल्कि बड़े दिल और गहरी संवेदना में होतीहै। चाहे वह मंच हो या पर्दा, उनकी ईमानदारी और समर्पण दर्शकों के दिल तक पहुंचती है।