अनुपम खेर—एक ऐसा नाम जो अभिनय के साथ-साथ आत्म-अनुशासन और निरंतर विकास का प्रतीक है। शनिवार को उन्होंने अपने सोशल मीडियापर कनाडाई फिल्म कैलोरी से अपना ट्रांसफॉर्मेशन वीडियो शेयर कर न सिर्फ दर्शकों को चौंकाया, बल्कि एक बार फिर यह साबित कर दिया किअसली अभिनय केवल मेकअप या वेशभूषा तक सीमित नहीं होता। यह एक भीतरी प्रक्रिया है—आत्मा और शरीर दोनों की यात्रा।
अपनी पोस्ट में अनुपम खेर ने लिखा, “एक अभिनेता के तौर पर कुछ भूमिकाओं में सिर्फ बाहरी दिखावे की ही नहीं, बल्कि एक खास आंतरिक शांतिऔर शक्ति भी लानी होती है। जैसा मैंने कनाडाई फिल्म 'कैलोरी' के लिए किया।” उन्होंने यह भी बताया कि फिल्म की पहली आधिकारिक स्क्रीनिंगप्रतिष्ठित कैलगैरी इंटरनेशनल फिल्म फेस्टिवल (CIFF) में हो रही है, हालांकि वह व्यक्तिगत रूप से उपस्थित नहीं हो पाएंगे।
फिल्म कैलोरी का निर्देशन किया है ईशा मार्जारा ने, और इसकी कहानी एक ऐसे परिवार की है जो अतीत के गहरे घावों और संघर्षों के बीच जीवन कीनई दिशा खोजने की कोशिश कर रहा है। यह फिल्म वास्तविक जीवन की घटनाओं से प्रेरित है, जो इसे और भी ज्यादा संवेदनशील और प्रभावशालीबनाती है। खेर का लुक और उनका ट्रांसफॉर्मेशन इस बात का प्रमाण है कि वे हर किरदार को उसी समर्पण और गहराई से निभाते हैं जैसे अपने पहलेदिन किया था।
हाल ही में अनुपम खेर को विवेक अग्निहोत्री की फिल्म द बंगाल फाइल्स में महात्मा गांधी के किरदार में देखा गया था। हालांकि फिल्म बॉक्सऑफिस पर कोई बड़ा कमाल नहीं दिखा सकी, लेकिन खेर की परफॉर्मेंस ने एक बार फिर दर्शकों का ध्यान खींचा। चाहे वो राजनीतिक ड्रामा हो यागहरे पारिवारिक रिश्तों की कहानी—खेर हर बार कुछ नया लेकर आते हैं।
कैलोरी जैसी फिल्मों के माध्यम से अनुपम खेर यह साबित कर रहे हैं कि भारतीय अभिनेता अब केवल भारत तक सीमित नहीं हैं। वे अब वैश्विक कहानियों का हिस्सा बन रहे हैं, और यह यात्रा केवल अभिनय की नहीं, बल्कि संस्कृति, संवेदनशीलता और साझा मानवीय अनुभवों की भी है।
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