सितंबर 2025 में भारत में सोने की कीमतों में जबरदस्त उछाल देखा गया है। यह महीना निवेशकों और खरीदारों दोनों के लिए काफी उतार-चढ़ाव भरा रहा। थोड़े समय की गिरावट के बाद, बीते दो दिनों में सोने की कीमतों में एक बार फिर भारी तेजी देखने को मिली। 24 कैरेट (10 ग्राम) सोने की कीमत में ₹1,040 की बढ़ोतरी हुई, जबकि 100 ग्राम में ₹10,400 तक की छलांग लगी। इस वृद्धि के साथ अब सोना अपने रिकॉर्ड स्तर के करीब पहुंच चुका है। सितंबर में कुल मिलाकर सोने के दामों में 9% से अधिक की वृद्धि दर्ज की गई है, जो हाल के वर्षों में एक महत्वपूर्ण उछाल माना जा रहा है।
त्योहारी सीजन और वैश्विक घटनाओं का असर
भारत में त्योहारी सीजन की शुरुआत नवरात्रि और विजयादशमी से होती है, और यह परंपरागत रूप से सोने की खरीदारी का समय होता है। हालांकि इस बार मांग में कुछ नरमी देखी गई है, फिर भी त्योहारी माहौल ने कीमतों को नीचे गिरने से बचाया है। 2 अक्टूबर को विजयादशमी और उसके बाद धनतेरस व दिवाली जैसे त्योहारों के चलते, उम्मीद की जा रही है कि अक्टूबर के पहले सप्ताह के बाद कीमतों में और उछाल आ सकता है।
आरबीआई की नीति और ब्याज दरों का प्रभाव
1 अक्टूबर को आरबीआई (भारतीय रिजर्व बैंक) अपनी मौद्रिक नीति की समीक्षा करेगा। फिलहाल यह उम्मीद जताई जा रही है कि रेपो रेट में कोई बदलाव नहीं होगा, जिससे बाजार में स्थिरता बनी रह सकती है। ब्याज दरों में स्थिरता सोने को एक सुरक्षित निवेश विकल्प के रूप में और भी आकर्षक बनाती है, खासकर तब जब शेयर बाजार में उतार-चढ़ाव हो।
मौजूदा सोने की दरें
गुड रिटर्न्स की रिपोर्ट के अनुसार, 24 कैरेट सोने की कीमत ₹1,15,480 प्रति 10 ग्राम, 22 कैरेट में ₹1,05,850 और 18 कैरेट में ₹86,610 प्रति 10 ग्राम है। 100 ग्राम के हिसाब से 24 कैरेट सोना ₹11,54,800 का हो गया है। सितंबर के अंतिम दो दिनों में 24 कैरेट सोना 6,000 और फिर 4,400 रुपये महंगा हुआ, जिससे कुल मिलाकर दो दिनों में ही 10,400 रुपये की बढ़ोतरी दर्ज की गई।
एमसीएक्स और वैश्विक बाजार का हाल
एमसीएक्स (MCX) पर सोने और चांदी की कीमतों में भी उतार-चढ़ाव रहा। अक्टूबर एक्सपायरी वाला सोना ₹1,13,766 प्रति 10 ग्राम पर बंद हुआ, जबकि दिसंबर एक्सपायरी वाला सोना ₹1,15,074 पर पहुंच गया। वहीं, चांदी ₹1,42,189 प्रति किलोग्राम के नए रिकॉर्ड स्तर पर रही। इसका प्रमुख कारण वैश्विक बाजारों में डॉलर और बॉन्ड यील्ड में अस्थिरता, साथ ही अमेरिका द्वारा नए टैरिफ (शुल्क) लगाए जाने की धमकी रही, जिससे सोने की सुरक्षित निवेश छवि और मजबूत हुई।
वैश्विक संकेत और डॉलर का असर
ट्रेडिंग इकोनॉमिक्स के अनुसार, अंतरराष्ट्रीय बाजार में सोना $3,750 प्रति औंस से ऊपर रहा, जो $3,790 के रिकॉर्ड उच्च स्तर के बेहद करीब है। डॉलर की मजबूती और अमेरिकी ट्रेजरी यील्ड में वृद्धि के बावजूद सोने की कीमतों में तेजी बनी रही है। साथ ही, चांदी की कीमतें भी $45 प्रति औंस के पार पहुंच चुकी हैं, जो पिछले 14 वर्षों में सबसे ऊंचा स्तर है।
आगे की संभावनाएं
एसएमसी ग्लोबल सिक्योरिटीज की साप्ताहिक रिपोर्ट के अनुसार, 29 सितंबर से 3 अक्टूबर के बीच सोने में 3% और चांदी में 5.36% की बढ़त संभव है। इसके अनुसार सोने की कीमतें ₹108,600 से ₹115,000 और चांदी ₹129,500 से ₹142,000 के दायरे में रह सकती हैं। इस समय चांदी का प्रदर्शन सोने से बेहतर रहा है, जिससे यह संकेत मिलता है कि उद्योगों में चांदी की मांग बढ़ रही है।
निष्कर्ष
सितंबर 2025 सोने की कीमतों के लिहाज से काफी हलचल भरा रहा है। त्योहारों का मौसम, वैश्विक अनिश्चितताएं, और घरेलू आर्थिक नीतियां – ये तीनों कारक सोने की कीमतों पर असर डाल रहे हैं। हालांकि, फिलहाल दाम स्थिर हैं, लेकिन अक्टूबर की शुरुआत के साथ ही नई तेजी आ सकती है। निवेशकों के लिए यह समय सतर्कता और सही मौके का है, खासकर उन लोगों के लिए जो दीर्घकालिक निवेश की योजना बना रहे हैं।